November 11, 2022

Patriotism Beyond Politics and Religion by Dr. APJ Kalam Explain in Hindi

Introduction

Dr. Abdul Kalam की विरासत सिर्फ और सिर्फ विज्ञान के छेत्र तक ही सीमित नहीं है बल्कि वह एक अच्छे लेखक भी थे. उनकी एक किताब “ignited Minds” में एक पाठ है जिसका नाम है ‘Patriotism Beyond Politics and Religion’ इसमें उन्होंने अपने विचार किस तरह दिए है उसी की आज हम बात करने वाले है

Patriotism Beyond Politics and Religion by Dr. APJ Kalam


इसमें वह कहते है के मैं सभी भर्तियो को उनके सफलता के लिए बुलाता हूँ, वह क्या शक्ति है जो किसी भी देश की सफलता और विनाश की वजह होती है? और वो क्या तरीके हैं जिससे कोई भी देश शक्तिशाली बनता है? तो जवाब मिलेगा के किसी भी देश की सफलता के लिए तीन चीज़े सबसे अहम् होती है, पहली ये के देश के नागरिको को अपने ऊपर गर्व होना चाहिए, दूसरा ये के सभी के अन्दर एकजुट होने की भावना होनी चाहिए और तीसरा ये के सभी मिलकर देश की तरक्की के लिए काम करें.

देश के सभी नागरिको और देश के उत्थान के लिए जरुरी है के सभी अपने देश के महान  इतिहास को जाने और अपने देश के महान लोगो पर विश्वास और गर्व करे. जो महान युद्ध हमारे पूर्वजो ने हमारे देश के लिए लड़ा है उनसे हम सबको प्रेरणा लेने की जरुरत है, British लोग इतने सफल क्यों हो गये? क्योंकि उन सबके पास Lord Nelson जिसे महान नायक थे, इतिहास मैं जिन नायको ने उनको प्रेरित किया अपने देश के लिए अच्छा करने के लिए, एक छोटा सा देश जापान एक अच्छा उदाहर्ण है जिसके लोग अपने राष्ट्र पर गर्व करते है, वो जापानी होने पर अपने आपको सम्मानित समझते है, उनकी  एक जैसी सभ्यता है, जापान ने इतिहास मैं बहुत से उतार चड़ाव देखें है इसके बाद भी वह एक विकसित देश की श्रेणी मैं आता है|

जिस किसी भी देश ने तरक्की की है उन सबकी एक बड़ी वजह ये यही है के उन सबने तरक्की और देशभक्ति को अपना mission समझा है. जापान और जर्मनी दो इसे ही देश है, जर्मनी अब तक दो बार तबाह हो चुका है लेकिन जर्मन लोगो ने कभी हार नहीं मानी और फिर से अपने देश को खड़ा किया और सबसे ऊपर लेके आये, अगर जर्मनी और जापान जेसे छोटे देश तरक्की कर सकते है तो भारत क्यों नहीं कर सकता है

इसके लिए बस यही कहा जा सकता है के, हमारे देश की इतिहासिक शक्ति हमारे देश के लोगो को उस तरह प्रेरणा दे नहीं पाई, जिससे वह सब अपने देश की सच्ची मिटटी से जुड़ सकें. ऐसा नहीं है के लोगो को जागरूक करने मैं पिछले 50 सालो मैं कोई कमी रह गयी हो,

आगे लेखक कहते है के उनको बचपन से ही इस देश में कई अलग अलग धर्मो को जानने का सोभाग्य प्राप्त हुआ है, लेकिन सभी के बारे मैं उन्होंने एक चीज़ सामान्य पाई के सभी धर्मो की मुख्य शिक्षा एक ही है. और भारत की धर्म निरपेक्षता की भावना यहाँ के धर्मो से ही ली गयी है ये हमें जानना होगा|

अगर हमारा देश कमजोर है तो बस इसीलिए है क्यों की हमारे अन्दर Sense of mission कमजोर पड़ गया है मतलब हम सभी देश वासियों के लक्ष अलग-अलग हो गये है. अगर हम अपने आपको बटे हुए देखेंगे जिनके पास कोई इतिहासिक गर्व की भावना नहीं है और कोई भविष्य मैं उम्मीद नहीं है तो हमें दुःख, निराशा के सिवा और क्या ही मिल सकता है

भारत मैं हमारा जो मूल culture है वो समय से भी परे है मतलब वो भारत में इस्लाम से आने से भी पहले का है, और भारत में Christianity के आने से भी पहले का है, सुरुआती दौर के जो इसाई भारत में थे, जैसे के सीरियन इसाई जो केरला के थे उन्होंने अपनी सभ्यता को वैसे ही बनाए रखा जैसे वो पहले से रहते आये थे, इसाई धर्म परिवर्तन के बाद भी| क्या वे लोग कुछ कम इसाई थे? क्या सिर्फ इसलिए क्योंकि उनकी ओरतें मंगल सूत्र पहनती थी और उनके परुष धोती पहनते थे जिस तरह केरला मैं पहनी जाती थी, इसाई होना उन्हें अलग नहीं बनाता है| A. R. Rahman मुस्लिम हो सकते है लेकिन उनकी आवाज सभी भारतियों के दिलो मैं बस्ती है|

सबसे बड़ा खतरा हमारी एकता और लक्ष को उन लोगो या ऐसे विचारों से है जो लोगो को बांटने का काम करते है| भारतीय संविधान सभी भारतियों को पूरी तरह से समानता का अधिकार देता है| हमें धार्मिक भावनाओ को त्याग कर एक ऐसी सभ्यता का विकास करना चाहिए जो हमें अपने देश की सेवा करने के लिए प्रेरित करे. अब समय आ गया है के हम सभी एकजुट होकर एक राष्ट्र का निर्माण करें. ये तब होगा जब हम भारत के महान इतिहास को स्वीकार करेंगे, तभी हम भविष्य से शांति और सफलता की उम्मीद कर सकते है,

विकाश और तरक्की का मतलब ये नहीं है के हमारे शहर विकशित हो जाएँ या वहां पर सभी सुख सुविधाएँ हो जाये. इसका मतलब है के दूर-दूर तक गाँव-गाँव मैं स्वस्थ सेवाए पहुंचे, सिक्षा पहुंचे, और सब सुविधाए उन सबको बराबर मिले जो इस देश के वासी है, ऐसे नये भारत मैं सब चीज़े एक साथ विकाश करें जैसे, biotechnology, biosciences और agriculture sciences और industrial development. राजनेता शिक्षित हों और देश के हित के लिए काम करें. इस तरह शेहरो के साथ गाँव का भी विकाश होगा और लोग शेहरो से गाँव की तरफ लोटेंगे.

सबसे ज्यादा जरुरी काम हमारे राजनेताओ के लिए यह है के वे देश को बनाने के लिए अपनी शक्ति लगायें न की राजनीतक पार्टियों को बढ़ाना ही उनका एकमात्र लक्ष हो और विकाश को एक मात्र अपना मिशन मसझ कर पूरा करें. भारत मैं एक अरब से ज्यादा लोग रहते है जिनके अनगिनत धर्म हैं, यह हमारी शक्ति है, लोगो को एक साथ आना होगा देश की समृद्धि के लिए. इस तरह हमारा देश विकाश कर सकता है | 

Note: यहाँ पर Exam Point of view से इस Article को सिर्फ और सिर्फ अच्छे से समझने के लिए लिखा गया है. इसमें कोई गलती ना हो इसका पूरा पूरा ध्यान रखा गया है फिर भी अगर कुछ रह जाये या कुछ गलत तथ्य पाए जाये तो लेखक या Website owner इसका कतई जुम्मेदार नहीं है|

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