October 08, 2022

Keeping Quiet by Pablo Neruda Summary in Hindi for Class 12

Introduction

Pablo Neruda
Pablo Neruda 
ये कविता Pablo Neruda नाम के एक कवी ने लिखी थी. ये कविता आपसी भाईचारे और जीवन में सफलता के बारे मैं है. ये कबीता तब लिखी गयी जब इनके देश मैं युद्ध चल रहा था, और समय था 1950 का. कवी अपने आस पास के जंग के माहोल से परेशान हो गया था, ये कविता इसी जंग के बुरे प्रभाव के बारे मैं बात करती है और लोगो को आपस में प्यार से रहने के लिए कहती है, क्यों की हालात एसे हो गये थे के लोग पैसो के लिए एक दुसरो को मार रहे थे, इस कविता में कवी लोगों से ये कहने की कोशिश करता है के बेहतर होगा के लोग कुछ समय के लिए जो वो काम कर रहे है उस काम को रोक कर अपने बारे मैं सोचे के वो जो कुछ कर रहे है क्यों कर रहे है. कवी को विश्वास है के एसा करने से हम सब एक अच्छा संसार अपने लिए बना सकते है.


Note: कविता में 5 stanzas है. और इन पांचो stanza में गिनती में एक जैसी lines नहीं है


Now we will count to twelve
and we will all keep still.
For once on the face of the Earth
let’s not speak in any language,
let’s stop for one second,
and not move our arms so much.

It would be an exotic moment
without rush, without engines,
we would all be together
in a sudden strangeness.
Fishermen in the cold sea
would not harm whales
and the man gathering salt
would look at his hurt hands.

Those who prepare green wars,
wars with gas, wars with fire,
victory with no survivors,
would put on clean clothes
and walk about with their
brothers in the shade, doing nothing.
What I want should not be confused
with total inactivity.
Life is what it is about;
I want no truck with death.

If we were not so single-minded
about keeping our lives moving,
and for once could do nothing,
perhaps a huge silence
might interrupt this sadness
of never understanding ourselves
and of threatening ourselves with
death.

Perhaps the Earth can teach us
as when everything seems dead
and later proves to be alive.

Now I’ll count up to twelve
and you keep quiet and I will go
.

Stanza 1


Now we will count to twelve
and we will all keep still.
For once on the face of the Earth
let’s not speak in any language,
let’s stop for one second,
and not move our arms so much.


अब हम 12 तक गिनती गिनेंगे
और जो कुछ कर रहे है उसको करना रोके रखेंगे.
एक बार के लिए इस धरती पर
चलो सब मिलकर किसी भी भाषा में कुछ न बोलें
चलो सब मिलकर एक पल के लिए सब कुछ रोक दें
और अपने हाथों को आराम देंगे.

Explanation:


इस 1st stanza मैं कवी अपने पाठकों से ये कहता है के जो काम आप लोग कर रहे है उसको थोड़ी देर के लिए रोक दें और बस 12 तक गिनती गिने और फिर से गिने मतलब थोड़ी देर के लिए खामोश हो जाए.12 तक गिनने का मतलब है के जो रोजाना के जीवन मैं हम काम काज करते है उसको थोडा रोक दें,

और इस समय जब हमने सब अपना काम रोक दिया है अब हम कुछ नहीं बोलेंगे, किसी भी भाषा में कुछ नहीं कहेंगे. और खामोश रहेंगे. ख़ामोशी पूरे संसार की एक जैसी होती है और ये ख़ामोशी हमें एक दूसरे से जोड़ेगी. और भाषा के आधार पर लोग हमको एक दूसरे से अलग करते है.


Stanza 2


It would be an exotic moment
without rush, without engines,
we would all be together
in a sudden strangeness.
Fishermen in the cold sea
would not harm whales
and the man gathering salt
would look at his hurt hands

ये एक अजीब छण होग
बिना किसी हड़बड़ी के, बिना किसी इंजन के शोर के,
हम सब एक साथ होंगे
इस अचानक से आये अजीब पन में.
मछुआरे ठन्डे समुद्र में
ह्वेल मछली को मार नहीं पायेगा
और जो इंसान नमक इकट्ठा करते है
अपने चोटिल हुए हाथों को देखेंगे.


Explanation:


Keeping Quiet by Pablo Neruda
Keeping Quiet by Pablo Neruda 
कवी के अनुसार जब हम अपने सारे कामों को छोड़ कर एक तरफ हट जायेंगे तब चारों चरफ ख़ामोशी होगी और एक अजीब सा माहोल होगा. इसके साथ साथ कुछ और चीज़ें भी होंगी जैसे किसी को कोई जल्दी नहीं होगी, कोई मशीन और फैक्टरी का कोई शोर नहीं होगा. हम सभी इंसान एक साथ इस अनुभव का एहसास करेंगे, ये पल हमें अपने बारे मैं सोचने का मौका देगा जैसे मछुआरा जो दिन रात ठन्डे समुद्र मैं ह्वेल मछली को मारने का काम करता है और अधिक नहीं मार पायेगा. और जो इंसान नमक इकट्ठा करने का काम करते है उनको मोका मिलेगा के वो अपने जख्मी हुए हाथो को देख सकें, जो अधिक काम करने की वजह से चोटिल हुए हैं.
इस खामोशी के समय हम सब जरूर ये सोचेंगे के हम ये सब आखिर क्यों कर रहे थे, जो हमारी सोच को बदलने मैं जरूर हमारी मदद करेगी.

Stanza 3


Those who prepare green wars,
wars with gas, wars with fire,
victory with no survivors,
would put on clean clothes
and walk about with their brothers
in the shade, doing nothing.
What I want should not be confused
with total inactivity.
Life is what it is about;
I want no truck with death.

वो लोग जो जंग लड़ते है पर्यावरण से,
जंग जहरीली गैस के साथ, जंग आग के साथ,
जीत बिना किसी जिन्दा लोगों के,
वो लोग साफ़ सुथरे कपडे पहनेंगे
और अपने भाइयों के साथ चलेंगे
छाव में, बिना कुछ किए.
जो कुछ भी मैं चाहता हूँ उससे किसी को भ्रमित (confused) नहीं होना चाहिए
पूरी तरह से निष्क्रियता (ये मेरी चाहत नहीं)
जिंदगी वो है जो जिंदगी के बारे मैं हो.
मैं बस मरे लोगों से भरे ट्रक नहीं चाहता.
 

Explanation:


इस stanza मैं कवी उन लोगों के बारे मैं बात करता है जो लोग पर्यावरण का विनाश करने की कोशिश करते है, पेड़, पोधो को काटते हैं, इस तरह ये लोग पर्यावरण के खिलाफ जंग लड़ते है, हवा को जहरीली बनाते है, फेक्ट्री से निकलने वाला धुंवा हवा को जहरीला बनाता है. इंसान आपस में लड़ते हैं, अपने खुद के विनाश के लिए उन्होंने नये नये आग उगलने वाले हथियार बना लिए है, जैसे युद्ध में इस्तेमाल होने वाले हथियार, जो चारों तरफ आग ही आग लगा कर सब कुछ जला देते हैं. कुछ जीत जाते है लेकिन उसके लिए अनगिनत लोग मरते है. ताकतवर लोग कमजोर को मारकर जीत हासिल हारते है. ये सब लोग आज कुछ न करें इसके बजाये साफ कपडे पहन कर अपने भाइयों से बाते करें थोड़ी देर उनके साथ पेड़ों की छाँव में वक्त बिताएं.

कवी के कहने का मतलब है के लोग अगर कुछ करते है तो बहुत कुछ गलत भी करते है, लेकिन आज सभी लोग अपना काम बंद कर दें और नफरत और गुस्से की बजाये प्यार करने की कोशिश करें. अंत में लेखक ये भी साफ़ कर देता है के उसका मतलब ये नहीं के लोग निष्क्रिय हो जाये बलके उसका मतलब है के किसी को चोट न पहुंचाए किसी को दुःख न दें.

Stanza 4


If we were not so single-minded
about keeping our lives moving,
and for once could perhaps a huge silence
might interrupt this sadness
of never understanding ourselves
and of threatening ourselves with death.

यदि हम एक जैसा सोचने वाले न होते
अपने जिंदगी को बस आगे बढाने के बारे में ही न सोचते .
और एक बार तो शायद एक बड़ी खामोशी
हमारे इस अपने आपको कभी न समझने के दुःख
को और शायद रोक सकती थी
और खुद हमें मौत से डरा सकती थी


इस stanza में कवी कहता है के यदि हम एक जैसा ही न सोचते मतलब सिर्फ अपने बारे मैं ही न सोचते, सिर्फ अपने सुख के बारे में और सिर्फ अपनी ही जिंदगी को सुख शांति से चलाने के बारे में ही न सोचते. तो कुछ समय के लिए हो सकता है सब अच्छा हो जाता, शांति हो जाती. लेकिन इसको जरूर ही रोक दिया जाता क्योंकि हमारी जो अपने मतलब से भरी सोच है वो हमें कभी अपने आपको समझने का मौका न देती, हम कभी अपने अन्दर की आत्मा को इन मतलबी विचारो के साथ नहीं जान पाएंगे.

कवी कहना चाहता है के अगर हम कुछ समय के लिए शांत हो जाये तो हम अपने दुःख को जान पाएंगे जो हमारे जीवन का एक हिस्सा है.

Stanza 5


Perhaps the Earth can teach us
as when everything seems dead
and later proves to be alive.
 
Now I’ll count up to twelve
and you keep quiet and I will go.

शायद धरती हमें सिखा सके
जैसे जब हमें सब कुछ मारा हुआ सा लगता है
और बाद मैं जिंदा होने के सबूत देता है

अब मैं 12 तक गिनती गिनूंगा
और तुम शांत रहोगे और मैं चला जाऊंगा.
 

Explanation:


ये इस Poem का आखिरी Stanza है. यहाँ पर लेखक हमें धरती से सीखने के लिए कहता है के शायद हम धरती से ही कुछ सीख सकें, या धरती ही हमें सिखा सके के शांत कैसे रहा जाता है, जैसे Nature बहुत शांत होता है, देखने पर एसा लगता है जैसे सब कुछ मारा हुआ हो, बेजान हो लेकिन जैसे-जैसे समय गुजरता है यह अपने आप में बहुत बड़ा हो जाता है, जैसे पेड़ और पोधे पहले छोटे होते है फिर समय के साथ बहुत बड़े हो जाते है.

यहाँ आखिर की lines में कवी फिर से वही lines दोहराता है के अब समय आ गया है हमें 12 तक गिनना चाहिए और शांत हो जाना चाहिए, यहाँ पर कवी का उसके पाठकों को समझाने का कम पूरा हो जाता है और वह वहां से चला जाता है.

Note: यहाँ पर Exam Point of view से इस Article को सिर्फ और सिर्फ अच्छे से समझने के लिए लिखा गया है. इसमें कोई गलती ना हो इसका पूरा पूरा ध्यान रखा गया है फिर भी अगर कुछ रह जाये या कुछ गलत तथ्य पाए जाये तो लेखक या Website owner इसका कतई जुम्मेदार नहीं है|

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